नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को 21वें दिल्ली पुस्तक मेला का उद्घाटन किया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विख्यात प्रगति मैदान में यह पुस्तक मेला सप्ताह भर चलेगा। उद्घाटन अवसर पर जीतेंद्र ने कहा कि इंटरनेट के आने से लेखन पर कोई खतरा नहीं है, बल्कि नवोदित लेखकों के लिए यह लाभदायक है।
उन्होंने कहा कि ऐसा युवा लेखक जो अपनी पुस्तक प्रकाशित करवाने के लिए प्रकाशक को राजी नहीं कर पाते, अब उनके पास इंटरनेट पर अपनी रचनाएं प्रकाशित करने का विकल्प मौजूद है और वहां उन्हें पूरी दुनिया के पाठक भी पढ़ सकते हैं।
मंत्री ने यह भी कहा कि प्रकाशकों का काम सिर्फ प्रख्यात लेखकों की खूब बिक सकने वाली किताबें प्रकाशित करना भर नहीं है, बल्कि उनका काम कम मशहूर लेखकों और छिपी हुई लेखन प्रतिभाओं को तलाशना भी है।
भारत में हालांकि पुस्तकों की मांग काफी बिखरी हुई और परिवर्तनशील है, साथ ही पुस्तकों की कीमतें भी पाठकों की क्षमता के अंदर रखना एक चुनौती बनी हुई है।
इस पर जितेंद्र ने प्रकाशकों को आश्वासन दिया कि सरकार साहित्य रचना के क्षेत्र में मौजूद दिक्कतों को खत्म करने के प्रति सचेत है और ऐसा करना वैश्विक परिदृश्य पर भारत की उभर रही छवि के अनुकूल होगा।