नई दिल्ली: सोमवार को मुम्बई आतंकी हमले के सरग़ना डेविड हेडली उर्फ़ दाऊद गिलानी ने वीडियो कॉंफ़्रेसिंग के ज़रिये कई सनसनीख़ेज़ ख़ुलासे किए हैं। उसने माना कि वह हाफ़िज़ सईद के भाषणों से प्रभावित था। आपको याद दिला दें कि मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों में 166 लोगों की मौत हुई थी। अदालत ने 10 दिसंबर 2015 को हेडली को इस मामले में सरकारी गवाह बनाया था और उसे आठ फरवरी को अदालत के समक्ष पेश होने को कहा था। उस समय हेडली ने विशेष न्यायाधीश जी ए सनप से कहा था कि अगर उसे माफ किया जाता है तो वह गवाही देने को तैयार है। फिलहाल अदालत में मुख्य साजिशकर्ता सैयद जबीउद्दीन अंसारी उर्फ अबू जंदल के खिलाफ मुकदमा चल रहा है। उसके खिलाफ इन आतंकवादी हमलों में उसकी कथित भूमिका को लेकर मामला चल रहा है। विशेष सरकारी अभियोजक उज्ज्वल निकम ने कल कहा था, भारतीय कानून के इतिहास में पहली बार कोई विदेशी आतंकवादी किसी भारतीय अदालत में पेश होगा और बयान देगा।
हम यहां आपको बता रहे हैं हेडली के 10 ऐसे खुलासे जिसे जानकर आप रह जाएंगे दंग
पहला खुलासा - हेडली ने बताया कि 26/11 से पहले मुंबई पर दो बार हमले की कोशिश हुई थी
दूसरा खुलासा - पहली कोशिश 2008 के सितंबर में, जबकि दूसरी कोशिश अक्टूबर में हुई थी
तीसरा खुलासा - पहली बार कसाब और आतंकियों की बोट पत्थर से टकरा गई थी
चौथा खुलासा - हेडली ने माना कि उसने 26/11 में लश्कर के आतंकियों की मदद की थी
पांचवां खुलासा - हेडली ने माना कि वो आठ बार भारत का दौरा कर चुका है, 7 बार हमले से पहले और एक बार हमले के बाद।
छठा खुलासा - हेडली ने माना कि वो हाफिज सईद के भाषणों से प्रभावित होकर लश्कर, ISI के संपर्क में आया था
सातवां खुलासा - हेडली ने माना कि लश्कर में वो 26/11 के आरोपियों में से एक साजिद मीर नाम के आतंकी के संपर्क में था
आठवां खुलासा - हेडली ने माना कि साजिद मीर के कहने पर ही उसने मुंबई में कई जगहों पर रेकी की
नौवां खुलासा - हेडली ने बताया कि उसका पूरा नम सैय्यद दाऊद सलीम गिलानी है
दसवां खुलासा - 2006 में भारत आने से पहले उसने अपना नाम डेविड कोलमैन हेडली कर लिया था