लखनऊ: उत्तर प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणामों में आज सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (SP) को झटका लगा और उसे तीन में से दो पर हार का सामना करना पड़ा है। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अरण सिंघल ने बताया कि कांग्रेस ने देवबंद सीट के उपचुनाव में जीत हासिल की है, वहीं मुजफ्फरनगर सीट भाजपा के खाते में गई है।
इसके अलावा फैजाबाद की बीकापुर सीट के उपचुनाव की मतगणना अन्तिम समाचार मिलने तक जारी है। इसमें सपा प्रत्याशी आनन्द सेन अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय लोकदल के मुन्ना सिंह चौहान से काफी आगे हैं। उन्होंने बताया कि अभी हार-जीत के अंतर का आंकड़ा मिलना बाकी है। ये तीनों सीटें सपा सदस्यों के निधन के कारण रिक्त हुई थीं।
सिंघल ने बताया कि देवबंद सीट पर कांग्रेस के माविया अली ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी मीना राणा को हराया। वहीं, भाजपा के कपिल देव अग्रवाल ने मुजफ्फरनगर सीट सपा प्रत्याशी गौरव स्वरूप को हराकर जीती।
मुजफ्फरनगर सीट सपा विधायक चितरंजन स्वरूप के निधन के कारण रिक्त हुई थी। इसके अलावा देवबंद सीट सपा के राजेन्द्र सिंह राणा तथा बीकापुर सीट सपा के ही विधायक मित्रसेन यादव के निधन की वजह से खाली हुई थी।
त्रिपुरा उपचुनाव में माकपा ने की जीत हासिल
वहीं, त्रिपुरा में सत्तारूढ़ माकपा ने गोमती जिले में बीरगंज उपचुनाव में जीत दर्ज की। पार्टी प्रत्याशी परिमल देबनाथ ने भाजपा के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 10,597 मतों के अंतर से शिकस्त दी।
पीठासीन अधिकारी देबप्रिया वद्र्धन ने संवाददाताओं को बताया कि देबनाथ को 20,355 मत मिले जबकि भाजपा के रंजीत दास को 9,758 मत हासिल हुये। कांग्रेस प्रत्याशी चंचल डे को केवल 1,231 मत मिले और उनकी जमानत जब्त हो गयी।
उप चुनाव 13 फरवरी को कराया गया था। यह सीट पिछले साल 10 दिसंबर को विधानसभा से मनोरंजन आचार्यजी के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। उन्हें नैतिक पतन के आरोपों पर माकपा से निष्कासित कर दिया गया था।
पुलिस ने बताया कि आचार्यजी के खिलाफ दर्ज एक एफआईआर के मुताबिक पिछले साल उन्होंने अमारपुर सब डिविजन के पार्टी कार्यालय के भीतर आठ वर्षीय एक लड़की का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया था।