वाशिंगटन: अफगानिस्तान में अमेरिका और नाटो बलों के कमांडर पद के लिए नामांकित किए गए एक शीर्ष अरिकी जनरल ने आज कहा कि पाकिस्तान में तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी संगठनों को पनाह देने वाले आतंकियों के सुरक्षित ठिकाने गंभीर चिंता का विषय हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह के ठिकानों वाले दुश्मनों को खत्म करना मुश्किल है।
जनरल जॉन मिक निकोलसन ने कहा, जब दुश्मन के पास ऐसे ठिकाने होंं तो, उन्हें हराना बहुत मुश्किल होता है। अपने नामांकन की पुष्टि के लिए सुनवाई के दौरान सीनेट की एक समिति के सामने निकोलसन ने उपरोक्त बातें कहीं। वह पाकिस्तान में आतंकियों के सुरक्षित ठिकाने को एक गंभीर समस्या के तौर पर देखते हैं।
सीनेटर जॉन मक्केन, सीनेट समिति के अध्यक्ष, के एक सवाल पर निकोलसन ने कहा, यह :आतकंवादियों का सुरक्षित पनाहगाह: मुख्य चुनौतियों में से एक है। पाकिस्तान में हमारे दुश्मन, विशेष रूप से हक्कानी नेटवर्क, सुरक्षित पहानगाह पाते हैं।
ओबामा प्रशासन के अफगान-पाक नीति के कटु आलोचक मक्केन ने अमेरिकी सेना को वापस बुलाने पर तुरंत रोक लगाने तथा इसके लिए किसी भी संभावित तारीख को समाप्त करने को कहा।
एक सवाल के जवाब में निकोलसन ने कहा कि ऐसे में जब तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के पास सुरक्षित पनाहगाह है तो उन्हें हराना मुश्किल है।